सोने-चांदी की कीमत में हाल के दिनों में एक उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जो अनेक कारणों से प्रेरित है। इस तेजी का मुख्य कारण सोने के अनुबंधों की कीमतें 2,017 से लगातार बढ़ रही हैं, जिससे सोने ने एक ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचते हुए सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वर्तमान में, 1,21,350 रुपए प्रति 10 ग्राम की सर्वाधिक कीमत दर्ज की जा चुकी है, जो अब बढ़कर 1.24 लाख रुपए हो गई है। इसका मतलब यह है कि पहले की तुलना में अब 10 ग्राम सोना खरीदने के लिए आपको 3,222 रुपए प्रति 10 ग्राम अधिक चुकाने पड़ेंगे, यानी कुल 1 लाख 24 हजार रुपए।
इससे प्रत्यक्ष रूप से प्रतिशत वृद्धि को भी देखा गया है। ऐसे में चांदी की कीमत भी इस रेस में पीछे नहीं रही है, और उसमें भी सोने के साथ-साथ उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। चांदी की कीमतों में भी 2,100 रुपए की वृद्धि हुई है, यह ज़ोरदार मजबूती दर्शाती है। दिसंवर आपूर्ति वाले चांदी के वायदा नए उच्च स्तर पर पहुंचते हुए 1,55,000 रुपए प्रति किलो के रूप में दर्ज किया गया है, जो पिछले मूल्य की तुलनात्मक छलांग है, अर्थात 1800 रुपए अधिक। इसी के साथ चांदी की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 3,949.58 डॉलर प्रति औंस का भी नया रिकॉर्ड कायम कर रही है।
यह स्थिति विदेशी बाजारों में सटोरियों के ताजा सौदों के कारण उत्पन्न हुई है, साथ ही निवेश की सुरक्षित मांग भी इसकी एक प्रमुख वजह है। कई बाजार विशेषज्ञों की राय है कि सोने और चांदी की कीमतों में यह उछाल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी और भू-राजनीतिक तनाव के साथ-साथ निवेशक अब भी इन कीमती धातुओं में दिलचस्पी बनाए रखे हुए हैं। इसके अतिरिक्त, फैडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती होने की संभावनाएं भी इन कीमतों को प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध हो रही हैं।
इसी संदर्भ में मार्च 2026 में सोने की आपूर्ति के अनुबंधों की कीमत 1.66 प्रतिशत की वृद्धि को प्राप्त हुई है। इन सबके बीच, राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत भी लगभग 2 प्रतिशत के इजाफे के साथ अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गई है, जिससे सोने की खरीदारी में जोरदार वृद्धि हो रही है। इस प्रकार, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थिति अनुकूल होने के कारण हाजिर बाजार में भी मूल्य ऊंचाई पर होने की प्रवृत्ति बनी हुई है।
