बिलासपुर में दर्दनाक हादसा — बस पर गिरा पहाड़ी मलबा, एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत से मातम

 ‎हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में जब अंजना खुद से ठान बैठी की वह किसी भी हाल में जिले में नहीं रुकेंगी और बस के माध्यम से वहां से निकल जाएंगी, तब उन्हें यह बिल्कुल ही नहीं पता था कि आगे क्या होने वाला है। बीते कल के दिन जब जिले में एक भयानक बस हादसा हुआ, तो इसने पूरे हिमाचल प्रदेश को हिलाकर रख दिया। यह हादसा सिर्फ एक घटना नहीं थी, बल्कि एक ऐसी त्रासदी थी जिसने पूरे प्रदेश को शोकाकुल कर दिया। मगर किसी को भनक तक नहीं थी कि यह दिन कितने सारे परिवारों के लिए न भूलने वाले दर्द और जख्म छोड़ जाएगा। किसी को अंदाजा नहीं था कि काल का काला साया उनका इंतज़ार कर रहा था और इस हादसे ने उनकी जिंदगी को ऐसा मोड़ दे दिया, जिसे भुलाना मुश्किल हो गया।

Bus accident

‎कमलेश के लिए यह समय और भी कठिन हो गया है क्योंकि इस दुखद दुर्घटना में उनके परिवार के चार सदस्य शामिल थे, जिनमें से दो मासूम बच्चे भी थे। अंजना की जेठानी विपिन कुमार भारतीय सेना में सेवारत हैं और वे भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मलबे में दब गईं। इस हादसे में मोहिलाएँ और बच्चे दोनों ही शामिल हैं, जो एक बड़े परिवार के सदस्य थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद, कल सुबह से ही कमलेश के घर मातम फैला हुआ है। फौजी विपिन और अंजना के साथ, उनके मायके से भी परिवार के कुछ सदस्य गंगलोह गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। इस बस दुर्घटना में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है, घटना के वक्त बस में करीब 35 लोग सवार थे। चीख-पुकार और हाहाकार का माहौल था। यह कथा अत्यंत हृदयविदारक है, खासकर जब खबर मिली कि दूसरे परिवार के दो अन्य बच्चे - जिनमें अंजना का बेटा भी शामिल था - इस हादसे के शिकार हो गए हैं। परिवार और गांव में गहरा सदमा और स्तब्धता का माहौल है।

‎आज विपिन सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्हें गंभीर रूप से चोटें आई हैं, और अब उन्हें आरव-नक्ष और कमलेश के घर पहुँचाया जाएगा। यह घटना एक दिल दहलाने वाली थी, जो शुक्र खडु के पास घटी, जब विपिन के बड़े भाई भल्लू पुल के निकट हादसा हुआ। इस हादसे में एक लड़की और उसकी बेटी आरुषि के साथ बेटा शौर्य भी शामिल हैं, जो यह हादसा झेल गए। दुर्भाग्यवश, मरने वालों में कई लोग शामिल हैं और इस दुर्घटना में उनकी जान चली गई है। वे सभी लोग इसलिए प्रभावित हुए हैं क्योंकि यह उनके पूरे परिवार को झकझोर गया है। इसमें संतिर्षी ट्रैवल्स की जेठानी भी शामिल हैं, जो दुर्घटना के समय अपने घर लौट रही थीं। जब वे सफर पर निकले थे, उन्हें ले जा रही बस में यह हादसा हुआ, जिसने उन्हें और उनके परिवार को गहरा सदमा पहुँचाया है। इस दुर्घटना का प्रभाव उनके पूरे परिवार पर पड़ा और सब कुछ बदल कर रख दिया है।

‎ इस दर्दनाक हादसे ने पहाड़ी से भारी मात्रा में खतरा पैदा कर दिया है, जिसके चलते बड़ी संख्या में जानें गई हैं। मृतकों की पहचान कर ली गई है और यह बेहद ह्रदयविदारक है। इस हादसे में अंजना देवी, जो 29 वर्ष की हैं और अंजना की पत्नी के तौर पर जानी जाती हैं, के साथ-साथ कमलेश, नक्ष और आरव जैसे नाम भी शामिल हैं, जिनकी जिंदगियों की उजड़ जाने पर दुख व्यक्त किया जा रहा है। विपिन की पत्नी और दोनों बच्चों की मौत इतनी भीषण टक्कर के कारण हुई, जिसकी वजह से विपिन कुमार, जो कमलेश के रूप में पहचाने जाते हैं और आरव जो अभी 4 साल के ही थे, उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। नक्ष और आरव बस की छत उड़ कर नीचे गिर चुके थे। इस भयावह घटना के दौरान, राजकुमार की पत्नी और आरव की मृत्यु हो गई। जबकि, कमलेश की बेटी बताती है कि अंजना के मायके में भी मातम पसरा हुआ है। पहाड़ी से गिरा पूरा मलबा बस पर आकर गिरा, जिससे वाहन पूरी तरह से दब गया। विपिन कुमार और अन्य जीवित बचे सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी परेशान एवं घायल लोग इस हादसे के कारण गहरे सदमे में हैं, और वे अपने घर लौटने की कोशिश करने के पहले इस हादसे के प्रभावों से उबर रहे हैं।

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