बिलासपुर जिले में एक अत्यंत दर्दनाक और हृदय विदारक हादसा सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया है। जिला के बरठी इलाके में शाम के समय एक निजी बस, जिसमें 35 से अधिक लोग सवार थे, अचानक पहाड़ से आए मलबे की भारी चपेट में आ गई। इस दुर्घटना के कारण बस में सवार 15 निर्दोष यात्रियों की दुखद मौत हो गई। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन तत्परता से राहत और बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पर पहुंच गया है। दुखद घटना के कारण, बस के चालक और परिचालक ने भी अपनी जान गंवा दी है। मलबे से एक बच्चे सहित तीन लोगों को सुरक्षित निकालकर जल्दी से अस्पताल भेजा गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। हादसे के पश्चात अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, और प्रशासन द्वारा उनके पहचान की कोशिशें जारी हैं। यह दुर्घटना क्षेत्र के निवासियों में गहरी दुःख और चिंता का विषय बन गई है।
जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के नजदीक मरोतन से होकर घुमारवीं की ओर जा रही एक निजी बस, शुक्र खड्ड के किनारे स्थित बरठीं स्थान पर, भल्लू पुल के पास बड़े भयावह हादसे का शिकार बन गई जब अचानक पर्बत से भारी भूस्खलन का मलबा सड़क पर आ गिरा। यह दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि पूरी बस उस मलबे के नीचे दब गई और उसमें फंसे यात्रियों की जान मुसीबत में पड़ गई। अब तक, राहत अभियान में 15 लोग, जिनकी अब कोई उम्मीद नहीं रही है, उनके शव बस के अंदर से बरामद कर लिए गए हैं। इस दुःखद घटना में, दो मासूम बच्चियों को जवान बढ़ौतरी का चेहरा दिखाने में सफलता मिली है, हालांकि उनमें से एक बच्ची की मां अपनी जिंदगी की जंग हार चुकी है। बच्चियों का तत्काल प्रारंभिक उपचार बरठीं अस्पताल में जारी है, ताकि उनकी शारीरिक और मानसिक भलाई का ध्यान रखा जा सके। जैसे ही हादसे की जानकारी प्रशासन तक पहुंची, उन्होंने तेजी से राहत और बचाव कार्य शुरू करने के लिए अपनी टीम को घटनास्थल पर भेज दिया, जहाँ जेसीबी मशीन द्वारा सतर्कता से मलबा हटाया जा रहा है, ताकि किसी अन्य फंसे व्यक्ति की संभावित जीवित स्थिति को सक्षम किया जा सके।
चौंका देने वाले भूस्खलन की चपेट में आने से एक निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की दिल दहला देने वाली घटना पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया है। इस विपत्ति के सामने आने पर उन्होंने अपनी भावनाएँ स्पष्ट रूप से प्रकट की और मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है, ताकि वे अपनी यात्रा में शांति प्राप्त करें। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य की सरकार इस कठिन और चुनौतीपूर्ण समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी दृढ़ता और सच्चाई से खड़ी है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि उन्हें हर संभव सहायता प्रदत्त की जाएगी। इस संदर्भ में, मुख्यमंत्री निरंतर जिला प्रशासन के संपर्क में हैं और उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में और अधिक तेजी लाने के आदेश जारी किए हैं। सीएम ने निर्देश दिया है कि घायलों को किसी भी प्रकार से वंचित न रखा जाए और उन्हें तुरंत आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जाए। यह सुनिश्चित करने का दायित्व लिया गया है कि घायल व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल भेजा जाता है, और उनके इलाज की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए ताकि उनके शीघ्र और समुचित उपचार को सुनिश्चित किया जा सके।
