जिंदगी की उलझनों से परेशान एक महिला ने रविवार दोपहर को मंडी शहर के विक्टोरिया पुल से छलांग लगाने की कोशिश की गई लेकिन तभी होमगार्ड रक्षक की भावना की सूझबूझ और वहा रील बना रहे युवाओं की मौजूदगी से उसे आत्महत्या का खौफनाक कदम उठाने से रोक दिया गया
यह हादसा दोपहर गरीब सभा 12:15 पर पेश आया है और महिला की कहानी आपको रुला देगी, बरोट की रहने वाली कृष्ण का विवाह उसी तरफ से हुआ था लेकिन उसके पति का देहांत हो गया था और उसकी छोटी उम्र को देखते हुए परिजनों ने उसे 9 मील क्षेत्र में बुजुर्ग और अपंग व्यक्ति के साथ उसका विवाह करवा दिया।
महिला के जीवन मैं अब पदवाहन के रहने वाले महेंद्र आए और जिन्होंने उन्हें सहारा देते हुए विवाह किया और जीवन में कई उतार चुनाव से गुजर रही कृष्णा देवी का पहला पति से 15 साल का बेटा है और बताया जा रहा है कि उनका बेटा रास्ता भटक गया है उसे समझाने का बेशक प्रयास किया गया है लेकिन वह कहने में नहीं है।
आज महिला के बेटे के साथ कुछ कहासुनी हुई इसके बाद कृष्णा देवी मंडी आ गई और विक्टोरिया पुल से छलांग देने की कोशिश की गई और वह पुल के रसों पर चढ़ गई और उसे ऐसा करने समय न्यू ब्यास ब्रिज पर ड्यूटी दे रही होमगार्ड आरक्षी रवि नगर निवासी भावना ने देख लिया और छोटी सीटी बजाने के साथ ईश्वर मचा दिया।
विक्टोरिया पुल पर ही मोबाइल रील बना रही हो युक्तियों में उसे ऐसी हरकत करते देखा और उन्होंने महिला को पकड़ लिया गया इस दौरान होमगार्ड आरक्षी भावना भी दौड़कर वहां पहुंची और महेंद्र वह अन्य की मदद से उसे बड़ी मुश्किल से महिला को वहां से खींचकर सुरक्षित नीचे उतारा है।
कृष्णा के पति महेंद्र ने बताया कि उन्हें फोन पर इतना मिली थी कि वह बेटे से सुसाइड करने की बात कह कर घर से निकली थी ऐसे में वह कृष्णा को ढूंढता हुआ या आ गया घटना के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंची पर मामला दर्ज नहीं हो पाया कृष्ण ने बताया कि वह जिंदगी की उन दिनों से परेशान हो गई थी और आज सुबह ही उसके मन में सुसाइड करने का विचार आ गया।
