Nerchowk medical College : नैरचौक मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला के पेट से एक फीट लंबा बालों का गुच्छा निकाल के उसकी जान बचाई यह स्थिति ट्राईकोबेजोआर कहलाती है जिसमें व्यक्ति अपने ही बोल खाता है अपाचे होने के कारण बाल पेट में इकट्ठा होकर बड़ा गुच्चा बना लेते हैं।
काफी लंबे समय से बालों का सेवन कर रही थी महिला
महिला को लगातार पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज नैरचौक पहुंच गई कॉलेज में उसे भर्ती कराकर उसकी टेस्ट करवाए हुए प्रभावित जांच में जब अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन करवाया गया तो उसमें डॉक्टर के द्वारा देखा गया कि पेट में कुछ अजीबोगरीब वस्तु दिखाई दे रही था विशेषज्ञ के द्वारा विस्तृत जांच के बाद यह पता किया गया कि महिला काफी समय काफी लंबे समय से मानसिक रूप से बीमार थी और वह कई वर्षों से अपनी बाल ही खा रही थी और इसके घर वालों को भी यहां पता नहीं था कि वह बल खाती थी डॉक्टर के अनुसार यह बीमारी ट्राईकोफेजिया कहलाती है।
किसी भी बीमारी को नजर अंदाज न करें
डॉक्टर के द्वारा जब महिला का ऑपरेशन किया गया तो उसमें पता चला कि यह बाल का एक बहुत बड़ा गुच्चा है जो उसके पेट में था और ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और मरीज की स्थिति अब स्थिर है उसे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया है संस्थान की चिकित्सक अध्यक्ष डॉक्टर रजनी शर्मा नहीं यह बताया है कि यह केवल सिर्फ चिकित्सक मामला नहीं है बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा
क्या गंभीर परिणाम है उन्होंने समाज में अपील की है मानसिक विकारों को नजर अंदाज न करें और समय पर इसका इलाज करवा ताकि ऐसी बीमारी का सामना न करना पड़े जिससे कि हो एक भयानक रूप ले सकता है इसलिए समय रहते ही इसका इलाज करवाये।
